1. कार्बन दो आक्साइड बनाता है जिनमें क्रमश: 42.8% तथा 27.27% कार्बन है. दी गई सूचना उदाहरण है:
a. गुणित अनुपात के नियम का
2. सीसे के तीन आक्साइडों में सीसा क्रमश: 92.83%, 90.65% तथा 89.10% है. ये आँकड़े जिस नियम की पुष्टि करते हैं, उसे प्रतिपादित किया था:
C. डाल्टन ने
3. चूने के पत्थर CaCO_{3} को उच्च ताप पर हवा में गर्म करने पर उसका द्रव्यमान कम हो जाता है परन्तु लोहे का द्रव्यमान बढ़ जाता है. जिस नियम की इससे पुष्टि होती है, उस नियम को प्रतिपादित किया था:
a. रशियन वैज्ञानिक ने
4. कार्बन डाइ-आक्साइड के पाँच नमूने विभिन्न विधियों द्वारा बनाए गए. प्रत्येक नमूने में 27.3% कार्बन और शेष आक्सीजन पाई गई. जिस नियम की इससे पुष्टि होती है, उस नियम को प्रतिपादित करने वाले वैज्ञानिक थे:
a. फ्रेंच
5. निम्नलिखित पदार्थों के युग्मों में से कौन-सा युग्म गुणित अनुपात के नियम का पालन करता है:
b.SO_{2}, SO_{3}
6. निम्नलिखित में से कौन-सा त्रिक व्युत्क्रम-अनुपात के नियम की पुष्टि करता है:
b. CS_{2}, CO_{2}, SO_{2}
7. निम्नलिखित में से कौन-से दो यौगिक गुणित अनुपात के नियम को प्रदर्शित करते हैं:
a. CO, CO_{2}
8. अमोनिया गैस निम्नलिखित समीकरण के अनुसार बनती है:
N_{2} + 3H_{2} \rightleftharpoons 2NH_{3}
तो 60 लीटर अमोनिया गैस बनाने के लिए हाइड्रोजन गैस की आवश्यकता होगी:
d. 90 लीटर
9. व्युत्क्रम अनुपात के नियम का प्रतिपादन किया था :
C. रिक्टर ने
10. सल्फर और आक्सीजन अलग-अलग कार्बन से क्रिया करके CS_{2} और CO_{2} बनाते हैं. इन यौगिकों की रचना से पुष्टि होती है:
a. व्युत्क्रम अनुपात नियम की
11. कापर आक्साइड के चार नमूनों का विश्लेषण करने पर ज्ञात हुआ कि प्रत्येक नमूने में कापर तथा आक्सीजन का भारात्मक अनुपात 4 : 1 है. इससे पुष्टि होती है:
a. गुणित अनुपात के नियम की
12. प्लेटिनम के एक तार का भार 0.5 ग्राम था. इस तार को वायु में तेज गर्म करके ठण्डा किया गया. इसका भार पुन: 0.5 ग्राम ही मिला. यह प्रेक्षण जिस नियम की पुष्टि करता है, उसे प्रतिपादित किया था:
C. प्रूस्ट ने
13. स्थिर अनुपात के नियम का प्रतिपादन किया था :
b. प्रूस्तान ने
14. हाइड्रोजन तथा आक्सीजन परस्पर संयोग करके H_{2}O तथा H_{2}O_{2} यौगिक बनाते हैं. H_{2}O में हाइड्रोजन तथा आक्सीजन का भारात्मक अनुपात 1 : 8 है. H_{2}O_{2}में इन तत्त्वों का भारात्मक अनुपात है:
a. 1 : 16
15. हाइड्रोजन क्लोराइड गैस निम्नलिखित समीकरण के अनुसार बनती है:
d. 30 लीटर
16. एक पत्र में 170 ग्राम AgNO_{3} तथा 58.5ग्राम NaCl मिलाकर हिलाते हैं. रासायनिक अभिक्रिया से सिल्वर क्लोराइड तथा सोडियम नाइट्रेट बनते हैं अभिक्रिया के बाद कुल द्रव्यमान :
C. उतना ही रहेगा
17. प्रश्न 16 में प्राप्त सिल्वर क्लोराइड का द्रव्यमान आदि 143.5 ग्राम हो तो सोडियम नाइट्रेट का द्रव्यमान होगा:
C. 85 ग्राम
18. 10 ग्राम CaCO_{3} को मानक ताप तथा दाब पर गर्म करने पर 2.24 लीटर CO_{2} गैस तथा 5.6 ग्राम CaO प्राप्त हुआ. प्राप्त CO_{2} गैस का द्रव्यमान होगा:
a. 4.4 ग्राम
19. क्लोरिन, हाइड्रोजन और सोडियम से संयोग करके HCl तथा NaCl बनाती है. सोडियम और हाइड्रोजन के परस्पर संयोग होने का अनुपात होगा:
C. 23 : 1
20. प्रश्न 19 में जिस नियम का अनुकरण होता है, वह है:
d. तुल्य अनुपात का नियम
21. कार्बन और हाइड्रोजन, आक्सीजन से अलग-अलग संयोग करके CO_{2} तथा H_{2}O बनाते हैं. जब कार्बन और हाइड्रोजन आपस में संयोग करेंगे तब इनके द्र्ब्यमानों में अनुपात होगा:
C. 6 : 2
22. प्रश्न 21 में C तथा H के बीच बनने वाले यौगिक का सूत्र होगा:
b. CH_{4}
23. 2 ग्राम H_{2} 16 ग्राम O_{2} के साथ मिलकर पानी बनाती है तथा 6 ग्राम, कार्बन, 2 ग्राम हाइड्रोजन के साथ मिलकर मेथेन बनाती है. CO_{2} में 12 ग्राम कार्बन, 32 ग्राम O_{2} के साथ मिलती है. ये आँकड़े उदहारण हैं:
C. व्युत्क्रम अनुपात के नियम के
24. जिंक सल्फेट के क्रिस्टलों में 25% जिंक तथा 50% जल है. यदि स्थिर अनुपात का नियम सही है तो 2 ग्राम जिंक सल्फेट के क्रिस्टल बनाने के लिए जिंक की आवश्यकता होगी:
a. 0.5 ग्राम
25. कार्बन डाइ-आक्साइड में 27.27% कार्बन है. कार्बन डाइ-सल्फाइड में 15.79% कार्बन है तथा सल्फर डाइ-आक्साइड में 50% सल्फर है. इन सूचनाओं से नियम परिलक्षित होता है:
C. व्युतक्रम अनुपात का
26. एल्युमीनियम आक्साइड में 52.9% Al तथा CO_{2} में 27.27% कार्बन है. यदि व्युत्क्रम अनुपाती नियम लागू हो तो एल्यूमीनियम कार्बाइड में एल्यूमीनियम का प्रतिशत होगा:
C. 75
27. ताँबे के आक्साइडों में क्रमश: 88.7% तथा 78.8% ताँबा है. इनसे नियम प्रतिपादित होता है:
C. गुणित अनुपात का
28. कार्बन तथा आक्सीजन दो यौगिक CO तथा CO_{2} बनाते है. यदि C=12, 0=16 तो नियम जो प्रतिपादित होता है:
b. गुणित अनुपात
29. तत्त्व A तथा B संयोग करके तीन भिन्न यौगिक बनाते हैं:
A के 0.3 ग्राम + B के 0.4 ग्राम \rightarrow यौगिक X के 0.7 ग्राम
A के 18 ग्राम + B के 48 ग्राम \rightarrow यौगिक Y के 66 ग्राम
A के 40 ग्राम + B के 159.99 ग्राम \rightarrow यौगिक Z के 199.99 ग्राम
उपरोक्त आँकड़े उदहारण हैं:
C. गुणित अनुपात के नियम का
30. एक आयतन H_{2} गैस, एक आयतन Cl_{2} गैस से संयोग कर दो आयतन HCl गैस बनाती है इससे पुष्टि होती है:
C. गेलूसाक के गैसीय आयतन का नियम
31. धातु के एक आक्साइड में 43.6% आक्सीजन है जब कि दूसरे आक्साइड में 43.6% धातु है. यह पुष्टि करता है:
b. गुणित अनुपात का नियम
32. 500 मिलि० कार्बन मोनोआक्साइड से कितने मिलि० कार्बन डाइ-आक्साइड प्राप्त की जा सकती है:
b. 500 मिलि०
रासायनिक संयोग के निम्न पाँच नियम :
1. द्रव्यमान-संरक्षण अथवा द्रव्य अविनाशिता का नियम :
इसका प्रतिपादन रशियन वैज्ञानिक लामनासाफ ने किया था. इस नियम के अनुसार द्रव्य अविनाशी है. द्रव्य को न तो उत्पन्न किया जा सकता है, न ही इसका विनाश हो सकता है. अत: “रासायनिक अभिक्रियाओं में पदार्थों के द्रव्यमान, अभिक्रिया से पूर्व तथा अभिक्रिया के उपरान्त अपरिवर्तित रहते हैं.”2. स्थिर अनुपात का नियम :
इसका प्रतिपादन फ्रैंच वैज्ञानिक प्रूस्ट ने किया था. इस नियम के अनुसार, “एक यौगिक में निश्चित प्रकार के तत्त्व एक निश्चित अनुपात में संयुक्त रहता है.”उदहारणत:- जल कहीं से भी प्राप्त किया गया हो ( समुद्र, नदी, झरने, कुएँ आदि ) या किसी भी रासायनिक विधि से बनाया गया हो, उसमें सदैव हाइड्रोजन तथा आक्सीजन तत्त्व ही मिलते हैं और वे सदैव 1 : 8 के भारात्मक अनुपात में होते हैं. कार्बन-डाइ-आक्साइड, कार्बन को वायु में जला कर या CaCO_{3} अथवा NaHCO_{3} को गर्म करके बनाई जा सकती है. परन्तु प्रत्येक विधि द्वारा प्राप्त कार्बन डाइ-आक्साइड के विश्लेषण से पता चलता है कि CO_{2}, कार्बन तथा आक्सीजन तत्त्वों से बना यौगिक है और उसमें ये तत्त्व सदैव 12 : 32 के भारात्मक अनुपात में संयुक्त रहते हैं.
3. गुणित अनुपात का नियम :
इसका प्रतिपादन इंगलिश वैज्ञानिक डाल्टन ने किया था. इस नियम के अनुसार, “जब दो तत्त्व परस्पर संयोग करके दो या दो से अधिक यौगिक बनाते हैं तब एक तत्त्व के समान द्रव्यमान से संयोग करने वाले दूसरे तत्त्व के द्रव्यमानों में एक सरल अनुपात होता है.”उदहारणत:- दो तत्त्व नाइट्रोजन तथा आक्सीजन परस्पर संयोग करके पाँच विभिन्न आक्साइड (N_{2}O, NO, N_{2}O_{3}, N_{2}O_{4}, N_{2}O_{5}) बनाते हैं. इन आक्साइडों में 28 ग्राम नाइट्रोजन के साथ संयोग करने वाली आक्सीजन के भार क्रमश: 16, 32, 48, 64 और 80 ग्राम हैं जोकि सरल अनुपात में हैं चूंकि 16 : 32 : 48 : 64 : 80 = 1 : 2 : 3 : 4 : 5 जो कि एक सरल अनुपात में हैं. इसी प्रकार CO तथा CO_{2} एक ही तत्त्व C तथा O के दो विभिन्न यौगिक हैं. इनमें C की निश्चित मात्रा के साथ संयुक्त O की मात्राओं में सदैव 1 : 2 का अनुपात रहता है जोकि सरल अनुपात है.
4. तुल्य अथवा व्युत्क्रम अनुपात का नियम :
इसका प्रतिपादन जर्मन वैज्ञानिक रिक्टर ने किया था. इस नियम के अनुसार, “जब दो तत्त्वों के भिन्न-भिन्न द्रव्यमान, अलग-अलग किसी तीसरे तत्त्व के निश्चित द्रव्यमान से संयोग करते हैं और यदि इन दोनों तत्त्वों में सभी संयोग हो सके तो वे उसी अनुपात में अथवा इसके एक सरल गुणित अनुपात में संयोग करेंगे जिसमें वे तीसरे तत्त्व के निश्चित द्रव्यमान से संयोग करते हैं.”उदहारणत:- CH_{4} में C:H = 12:4
CO_{2} में C:O = 12:32
इन यौगिकों में कार्बन के 12 ग्राम के साथ H के 4 ग्राम तथा O के 32 ग्राम संयुक्त होते हैं. अब यदि H तथा O परस्पर संयोग करेंगे तो उनके द्रव्यमानों में 4 : 32 अर्थात् 1 : 8 या इसका सरल अनुपात होगा.
5. गेलूसाक का गैसीय आयतन का नियम :
इसका प्रतिपादन किया था गेलूसाक ने. इस नियम के अनुसार, “एक ही ताप और दाब पर, जब गैसें परस्पर संयोग करता तो उनके आयतनों में एक सरल अनुपात होता है. यदि अभिक्रिया से बनाने वाले उत्पाद भी गैसें ही हों तो इन गैसों के आयतनों में भी अभिकारी गैसों के आयतनों का सरल अनुपात होता है.”उदहारणत:- H_{2}+Cl_{2} = 2HCl
गैस गैस गैस
स्पष्ट है कि एक आयतन हाइड्रोजन गैस, एक आयतन क्लोरिन गैस से संयोग करके दो आयतन हाइड्रोजन क्लोराइड गैस बनाती है. अत: इनके आयतनों में 1:1:2 का अनुपात है जो सरल अनुपात है.